जन औषधि दिवस
Generic Medicines Day
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 7 मार्च को हर साल “जन औषधि दिवस” के रूप में मनाया जाता है ताकि इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके और जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा दिया जा सके। वर्तमान में, देश भर में 15,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जो देश के सभी जिलों को कवर करते हैं। इस योजना के तहत, सरकार ने 31 मार्च, 2027 तक देश भर में 25000 जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है। यह दिन प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) कि उपलब्धियों को मनाने का भी दिन है. इस दिन को देश में लोगों को सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से भी मनाया जाता है.जन औषधि दिवस को जेनरिक मेडिसन्स डे भी कहा जाता है. इस दिन भारत के पीएम नरेंद्र मोदी एक और परंपरा का पालन करते है जो उन्होंने शुरू की थी. वे देश के जनऔषधि केंद्रों के मालिकों और प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना लाभकर्ताओं से से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करते हैं. प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 1 जुलाई 2015 को घोषित एक खास योजना है. इस योजना में सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक (Generic) दवाइयां बाजार मूल्य से कम कीमत पर उपलब्ध कराई जाती हैं. इसके लिए सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती हैं.
राष्ट्रीय अनाज दिवस
National Cereal Day
अमेरिका में हर साल राष्ट्रीय अनाज दिवस 7 मार्च को मनाया जाता है.यह दिवस अनाज प्रेमियों के लिए सबसे लोकप्रिय उत्सव के रूप है. राष्ट्रीय अनाज दिवस मनाने के बहुत सारे तरीके हैं. इस दिन को मनाने के लिए विभिन्न प्रकार के अनाज से अपने पसंदीदा व्यंजनों को बनाया जाता है. हर साल अपना कटोरा चम्मच तैयार करने के लिए आग्रह किया जाता है. इस दिन अनाज की महत्ता को लोगों को बताया जाता है. अनाज इंसानी जीवन के लिए कितनी जरूरी चीज है, इस बारे में जागरुगता फैलाया जाता है. ताकि, लोग अनाज का सम्मान करें और उसे बर्बाद होने से बचा सकें. अनाज के लिए किसान-मजदूर कितनी मेहनत करते हैं, उनकी मेहनत का सम्मान किया जाता है.फर्डिनेंड शूमाकर, एक जर्मन आप्रवासी थे. उन्होंने 1854 में एक्रोन, ओहियो में एक छोटे से स्टोर के कमरे में जई की चक्की के साथ अनाज की क्रांति शुरू की थी. उनकी जर्मन मिल्स अमेरिकन ओटमील कंपनी देश की पहली ओटमील कंपनी थी. पहला अनाज नाश्ता का आविष्कार 1863 में संयुक्त राज्य अमेरिका में किया था. केलॉग ने पहली बार गेहूं को उबालकर उसका अलग तरह का प्रयोग किया था. चार्ल्स डब्यू पोस्ट ने 1898 में ग्रेप-नट्स की शुरुआत की थी. केलॉग और पोस्ट के कारण, बैटल क्रीक शहर, मिशिगन को विश्व अनाज राजधानी का उपनाम दिया मिला है. (विविध इंटरनेट स्रोत)
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