वर्ल्ड किडनी डे
इस दिवस का उद्देश्य लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना और इसके रोकथाम के उपायों पर जोर देना है। विशेषज्ञों का कहना है कि किडनी फेल्योर के लक्षण तब तक सामने नहीं आते जब तक बीमारी गंभीर स्तर पर नहीं पहुंच जाती, जिससे इलाज के सीमित विकल्प ही बचते हैं। ऐसे में केवल डायलिसिस और ट्रांसप्लांट जैसे महंगे इलाज ही विकल्प रह जाते हैं।विश्व किडनी दिवस (डब्ल्यूकेडी), इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन - वर्ल्ड किडनी अलायंस (आईएफकेएफ-डब्ल्यूकेए) की एक संयुक्त पहल है, यह एक वैश्विक अभियान है जिसका उद्देश्य समग्र स्वास्थ्य के लिए हमारे गुर्दे के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और गुर्दे की बीमारी और इससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं की आवृत्ति और प्रभाव को कम करना है। प्रत्येक वर्ष, सैकड़ों संगठन और व्यक्ति गुर्दे की बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए WKD पर पहल और कार्यक्रम शुरू करते हैं। प्रत्येक वर्ष मार्च माह के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य किडनी की देखभाल के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।2006 में, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन ने किडनी रोगों और रोकथाम के संबंध में जागरूकता बढ़ाने तथा शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने के लिए विश्व किडनी दिवस की शुरुआत की थी।
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