Saturday, March 15, 2025

16 मार्च

16 मार्च 
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 
National Vaccination Day
मानव शरीर में टीकों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 16 मार्च को भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की शुरुआत साल 1995 से हुई. इस साल 16 मार्च को पहली बार ओरल पोलियो वैक्सीन यानी कि मुंह के माध्यम से पोलियो वैक्सीन दी गई. यह वह दौर था जब देश में पोलियो के मामले तेजी से बढ़़ रहे थे, जिसपर नियंत्रण पाने के लिए सरकार ने पोलियो टीकाकरण की शुरुआत की थी.भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस ख़त्म हो चुकी बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने के लिए मनाया जाता है कि समुदाय उनसे सुरक्षित है. मौखिक पोलियो वैक्सीन की पहली खुराक भारत में WHO की वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल के हिस्से के रूप में दी गई थी, जो 1988 में शुरू हुई थी. पोलियो उन्मूलन के भारत के प्रयासों के बाद से, देश खसरा और रूबेला उन्मूलन के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की राह पर है. टीकाकरण अभियान, “दो बूंद जिंदगी की” में 0 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों को लक्षित किया गया है, और सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीके की दो बूंदें मौखिक रूप से दी जाती हैं.टीकाकरण दशकों से भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीति का केंद्र-बिंदु रहा है, जिससे बीमारी के प्रसार और बाल मृत्यु दर को कम करने में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। सबका टीकाकरण यानी यूआईपी यानी यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम भारत की सबसे व्यापक सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलों में से एक है, जिसका लक्ष्य हर साल लाखों नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को जीवन रक्षक टीके उपलब्ध कराना है। 

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