दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस
दिल्ली पुलिस की स्थापना साल 1948 में पंजाब पुलिस से अलग होने के बाद 16 फरवरी को हुई थी. इस दिन दिल्ली पुलिस के मुखिया का कार्यभार डब्लू डी मेहरा ने संभाला था और वह दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर थे. उसके बाद से लगातार हर साल 16 फरवरी का दिन दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. जानकारी के अनुसार बीते 75 सालों में दिल्ली पुलिस के कई प्रारूप बदले हैं. दिल्ली में पुलिस के इतिहास की बात करें तो दिल्ली में पुलिस की व्यवस्था की शुरुआत करीब 800 साल पुरानी मानी जाती है, तब दिल्ली की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी शहर के कोतवाल करते थे. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के दादा पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के आखरी कोतवाल थे. उस समय शहर के कोतवाल से आधुनिक दौर में दिल्ली पुलिस ने लंबी दूरी तय की है.
दिल्ली का पहला कोतवाल सन 1237 में मलिक उल उमरा फखरुद्दीन थे, 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा कर लिया और दिल्ली में कोतवाल की व्यवस्था भी खत्म कर दी. उस समय पंडित मोतीलाल के पिता पंडित गंगाधर नेहरू दिल्ली के आखिरी कोतवाल थे. अंग्रेजों ने मुगल काल के बाद पुलिस को एक बार फिर संगठित किया, उस समय दिल्ली पंजाब का हिस्सा हुआ करती थी. 1912 में दिल्ली को भारत की राजधानी बनने के बाद तक भी दिल्ली में पंजाब पुलिस की देखरेख होती थी. उस दौरान दिल्ली का पहला मुख्य आयुक्त नियुक्त किया गया था, जिसे पुलिस महानिरीक्षक या आईजी के अधिकार दिए गए थे और पुलिस का मुख्यालय अंबाला में हुआ करता था. आजादी से पहले दिल्ली शहर की सुरक्षा के लिए दो इंस्पेक्टर, 27 सब इंस्पेक्टर, 110 हवलदार, 950 सिपाही और 28 घुड़सवार थे. वहीं देहात के इलाकों की सुरक्षा के लिए 2 इंस्पेक्टर काम करते थे और उनका मुख्यालय सोनीपत और बल्लभगढ़ में था.उस समय तीन तहसील सोनीपत, दिल्ली और बल्लभगढ़ के अंतर्गत आती थी, बात करें तो दिल्ली शहर में सिर्फ तीन पुलिस थाने कोतवाली, सब्जी मंडी और पहाड़गंज थे, जिनकी बैरक सिविल लाइंस में होती थी. 1946 में दिल्ली पुलिस का पुनर्गठन हुआ और पुलिस वालों की संख्या दोगुनी कर दी गई. इसके बाद 1948 में दिल्ली का पहला पुलिस महा निरीक्षक डब्ल्यू डी मेहरा को नियुक्त किया गया और उनकी नियुक्ति 16 फरवरी को हुई थी, इसलिए 16 फरवरी को हर साल दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस मनाया जाता है. 1 जुलाई 1978 को दिल्ली में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई, मौजूदा समय दिल्ली पुलिस की संख्या लगभग एक लाख और थानों की संख्या करीब 200 है.
बादाम दिवस
हर साल 16 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रीय बादाम दिवस मनाया जाता है। यह दिन बादाम के के बारे में जानकारी और शिक्षा प्रदान करने और इसके महत्व को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। इसके अलावा यह दिन बादाम उत्पादकों और किसानों के समर्थन करने के उद्देश्य से भी मनाया जाता है। आपको बता दें कि बादाम में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पायी जाती होती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। राष्ट्रीय बादाम दिवस की शुरुआत 1994 में अमेरिकन एल्मंड बोर्ड (Almond Board of California) द्वारा की गयी थी। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य था बादाम के महत्व और इसके अनेक स्वास्थ्य लाभों को बढ़ावा देना। इसके बाद से यह दिवस दुनिया भर में लोकप्रिय हो गया और हर साल मनाया जाने लगा। बता दें कि इस दिन अमेरिकन एल्मंड बोर्ड द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बादाम के महत्व के बारे में जान सके।बादाम के उत्पादन में संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे आगे है। अकेले कैलिफ़ोर्निया संयुक्त राज्य अमेरिका में 100% बादाम पैदा करता है।(विविध स्रोत)
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