हग डे
वैलेंटाइन वीक का छठा दिन। 12 फरवरी को हग डे मनाया जाता है। ये दिन प्रेम, स्नेह और आत्मीयता को दर्शाने का एक सुंदर तरीका है, जिसमें लोग अपने पार्टनर को गले लगाकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। हालांकि, हग डे केवल प्रेमी-प्रेमिकाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दोस्ती, परिवार और करीबी रिश्तों में भी भावनाओं को मजबूती देने का जरिया बनता है।
हग डे सिर्फ रोमांटिक रिश्तों तक सीमित नहीं है, बल्कि ये हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। हग करना यानी गले लगना किसी को ये जताने का सबसे आसान तरीका है कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और उनकी कितनी परवाह करते हैं। प्यार जताने का ये तरीका हर बार ही आपको एक अलग सुकून और राहत दे जाता है।गले लगने से रिश्ते में विश्वास और निकटता बढ़ाती है। ये तरीका बताता है कि आप एक-दूसरे के साथ सहज हैं और भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। जब हम किसी को गले लगाते हैं या कोई हमें गले लगाता है, तो हमें अपनापन महसूस होता है। अध्ययनों से पता चला है कि गले लगाने से शरीर में ऑक्सिटोसिन (Oxytocin) नामक हार्मोन रिलीज होता है, जिसे ‘लव हार्मोन’ भी कहा जाता है। ये तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है और हमें अधिक खुश और शांत महसूस कराता है।हग डे मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई, इस बता का कोई सटीक ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है लेकिन यह वैलेंटाइन वीक के अन्य दिनों की तरह पश्चिमी देशों से प्रेरित माना जाता है। वहीं, इस खास दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को ये याद दिलाना है कि प्यार और अपनापन दिखाने के लिए छोटे-छोटे इशारों की कितनी अहमियत होती है।
अंतरराष्ट्रीय डार्विन दिवस
12 फरवरी को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय डार्विन दिवस मनाया जाता है। यह दिन चार्ल्स डार्विन के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि चार्ल्स डार्विन एक ब्रिटिश प्रकृतिवादी थे जिनका जन्म 12 फरवरी 1809 को श्रॉपशायर, इंग्लैंड में हुआ था। चार्ल्स डार्विन दिवस को समर्पित करने का उद्देश्य चार्ल्स डार्विन के वैज्ञानिक योगदान को प्रतिष्ठित करना, विज्ञान को बढ़ावा देना और दुनिया भर के लोगों को चार्ल्स डार्विन की वैज्ञानिक सोच, कार्य, नई नैतिकता को पुनर्जीवित करने की जिज्ञासा आदि के बारे में बताना है।यह दिन दुनिया भर में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। बता दें कि इस दिन लोग प्राकृतिक संग्रहालय का दौरा करते हैं, प्रदर्शनियों में भाग लेते हैं, सोशल मीडिया पर चार्ल्स डार्विन को सम्मान देने के लिए कई पोस्ट शेयर करते हैं आदि। यह दिन विज्ञान और जैव विविधता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस
भारत में 12 फरवरी को राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस (National Productivity Day) मनाया जाता है जो लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नियोजन समय, कौशल, ऊर्जा, बुद्धिमत्ता, संसाधन और अवसर प्रदान करता है।हर साल 12 फरवरी को भारत की उत्पादकता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस का आयोजन राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (National Productivity Council – NPC) द्वारा किया जाता है, जिसका उद्देश्य भारत के सभी क्षेत्रों में उत्पादकता और गुणवत्ता जागरूकता को प्रोत्साहित करना और बढ़ावा देना है। राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद 12 से 18 फरवरी, 2022 तक “राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह” मनाता है। राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस का उद्देश्य उत्पादकता, नवाचार और दक्षता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। उत्पादन को अधिकतम करने के साथ-साथ संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के लिए उत्पादकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस और राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह का लक्ष्य भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता, दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है ताकि भारत वैश्विक नेता बन सके। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्पादकता को केवल उत्पादन बढ़ाने से परे एक "विकासशील धारणा" के रूप में बढ़ावा देना भी है। एनपीसी उत्पादकता को एक समग्र अवधारणा के रूप में महत्व देना चाहता है जो पर्यावरण, गुणवत्ता और मानव संसाधन विकास जैसे मुद्दों पर विचार करती है।राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (NPC), जिसे भारत सरकार द्वारा 1958 में एक स्वायत्त संगठन के रूप में स्थापित किया गया था, अब वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के DPIIT के अधीन है, भारत में उत्पादकता आंदोलन में सबसे आगे रही है। एमएसएमई क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के लिए इसका हालिया योगदान जबरदस्त रहा है। उत्पादकता के क्षेत्र में अनुसंधान करने के अलावा, NPC सरकार और सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के संगठनों को औद्योगिक इंजीनियरिंग, कृषि-व्यवसाय, आर्थिक सेवाओं, गुणवत्ता प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी प्रबंधन, ऊर्जा प्रबंधन, पर्यावरण प्रबंधन आदि के क्षेत्रों में परामर्श और प्रशिक्षण सेवाएँ प्रदान कर रही है। NPC टोक्यो स्थित एशियाई उत्पादकता संगठन (APO) का एक घटक है, जो एक अंतर-सरकारी निकाय है, जिसका भारत सरकार एक संस्थापक सदस्य है। (विविध स्रोत)
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