Thursday, February 13, 2025

14 फरवरी

14 फरवरी 
वैलेंटाइन डे 
14 फरवरी एक ऐसा दिन जब प्रेमी जोड़े एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार का इजहार करते हैं। वैलेंटाइन डे केवल एक प्रेम दिवस नहीं है, बल्कि यह सच्चे प्यार, वफादारी और त्याग का प्रतीक है। आज के दौर में, वैलेंटाइन डे केवल प्रेमी जोड़ों तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसा अवसर बन चुका है जिसमें दोस्त, परिवार और यहां तक कि खुद से प्यार जताने का मौका भी मिलता है। वैलेंटाइन डे का इतिहास तीसरी सदी के रोम से जुड़ा हुआ है, जहां प्रेम और रिश्तों को लेकर समाज की सोच आज से बहुत अलग थी। उस समय रोम पर क्लॉडियस द्वितीय (Claudius II) नामक एक शक्तिशाली राजा का शासन था। राजा का मानना था कि शादी करने से पुरुषों की ताकत और युद्ध के प्रति उनका समर्पण कम हो जाता है, इसलिए उसने सैनिकों की शादी पर सख्त रोक लगा दी।एक साहसी ईसाई पादरी, संत वैलेंटाइन (Saint Valentine), ने इस अन्यायपूर्ण आदेश का विरोध किया और छुप-छुप कर प्रेमी जोड़ों की शादी करवाने लगे। जब यह बात राजा को पता चली, तो उसने संत वैलेंटाइन को 14 फरवरी 269 ई.पू. को मौत की सजा दे दी। कहा जाता है कि फांसी से पहले, संत वैलेंटाइन ने जेलर की बेटी को एक पत्र लिखा था, जिसके अंत में उन्होंने "From Your Valentine" लिखा।  कहा जाता है कि संत वेलेंटाइन ने अपनी मौत के दौरान अपनी आंखों को जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को अपनी आंखों को दान कर दीं और उन्होंने एक पत्र में लिखा 'तुम्हारा वेलेंटाइन'।यही शब्द समय के साथ प्रेम का पर्याय बन गया और हर साल इस दिन को उनकी याद में वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाने लगा।
14 फरवरी को ही गोल्ड हार्ट जे, इंटरनेशनल बुक गिविंग डे और लाइब्रेरी लवर्स डे के रुप में सेलिब्रेट किया जाता है. इसी तरह कई और डे भी हैं, जो इस दिन सेलिब्रेट किए जाते हैं।

राष्ट्रीय पुस्तकालय प्रेमी दिवस 
हर साल 14 फरवरी को राष्ट्रीय पुस्तकालय प्रेमी दिवस (राष्ट्रीय पुस्तकालय प्रेमी दिवस) मनाया जाता है। इस दिन को प्रमाणित करने का उद्देश्य पुस्तकालयों के महत्व के बारे में जागरूकता और लोगों को पुस्तकालयों का उपयोग करना है। इस दिन लोगों को पुस्तकालयों में मौजूद ज्ञान के भंडार का जश्न मनाने का अवसर प्रदान किया जाता है।नेशनल लाइब्रेरी लवर्स डे की शुरुआत 2006 में ऑस्ट्रेलिया में न्यू साउथ वेल्स की स्टेट लाइब्रेरी के लोगों द्वारा की गई थी। उसके बाद से, हर साल यह दिन केवल ऑस्ट्रेलिया में ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी मनाया जाने लगा है। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें लोग बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। इस दिन लोग अपने स्थानीय पुस्तकालयों के दौरे पर जाते हैं, नए अवशेषों को खोजते हैं, वहीं प्रसिद्ध लेखक पुस्तकालयों में आते हैं और अपने पुस्तकालयों से मिलते हैं। साथ ही कई पुस्तकालय विविध कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं जिनमें कहानी का अवलोकन, लेखन आदि शामिल है।


पूर्णिया स्थापना दिवस 
14 फरवरी को हर साल पूर्णिया जिले का स्थापना दिवस मनाया जाता है. इस तिथि को तय करने के पीछे लंबी बहस और शोध किया गया था. पूर्णिया जिला का इतिहास काफी पुराना है. करीब 255 साल पहले से जिले का अस्तित्व है.14 फरवरी 1770 को पूर्णिया जिला आस्तित्व में आया था। यहां के पहले रेवेन्यू कलेक्टर डूकारेल थे. पूर्णिया की चर्चा आईने अकबरी में भी है. डुकारेल ने यहां की कमान संभालते ही सुधार के कई कार्य किए. मनमाने दंड को समाप्त किया और किसानों को परती जमीन जोतने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने न्याय, राजस्व व प्रशासनिक कई सुधार किए. पूर्णिया के इस इतिहास की अगर जानकारी मिलती है तो इसका श्रेय डुकारेल को भी जाता है। (विविध स्रोत)

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