8 जनवरी
पृथ्वी घूर्णन दिवस
अर्थ रोटेशन डे
हर साल 8 जनवरी को अर्थ रोटेशन डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी लियोन फौकॉल्ट के उस प्रदर्शन को याद करना, जो उन्होंने साल 1851 में दिखाया था। आपको बता दें कि 1851 में लियोन फौकॉल्ट ने अपने एक मॉडल से साबित किया कि धरती अपनी धुरी पर घूमती है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है धरती की घूर्णन गति के बारे में जागरूकता बढ़ाना। 8 जनवरी 1851 के दिन फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी लियोन फौकाल्ट ने पृथ्वी के घूमने के तरीके को जनता के सामने प्रदर्शित किया था। आपको बता दें कि लियोन फौकॉल्ट के मॉडल में एक लंबी पेंडुलम थी। जिसे उन्होंने एक अंधेरे कमरे में लटका दिया। ऐसे में देखा गया कि पेंडुलम के दोलन की दिशा समय के साथ बदल रहा था। यही परिवर्तन धरती की घूर्णन गति के कारण होता है। धरती अपनी धुरी पर 24 घंटे में एक चक्कर लगाती है। धरती अपनी धुरी पर 24 घंटे में एक चक्कर लगाती है। उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर धरती की घूर्णन गति सबसे कम होती है। समय के साथ धरती की घूर्णन गति बदलती रहती है और इसी के कारण दिन और रात होते हैं। पृथ्वी जिस अक्ष पर घूमती है, वह एक काल्पनिक रेखा है जो पृथ्वी के बीच से सीधी खींची गई है। यह अक्ष उत्तरी ध्रुव को दक्षिणी ध्रुव से जोड़ता है। पृथ्वी इस लगभग ऊर्ध्वाधर अक्ष पर हर 24 घंटे में घूमती है। इस कारण से, एक दिन में 24 घंटे होते हैं। इसके अतिरिक्त, सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने में इसे 365 दिन से थोड़ा अधिक समय लगता है। इस कारण, 365 दिन एक वर्ष के बराबर होते हैं। पृथ्वी का घूमना सिर्फ़ यह तय नहीं करता कि हमारा दिन या साल कितना लंबा होगा। पृथ्वी का घूमना मौसमों को भी निर्धारित करता है। जैसे-जैसे पृथ्वी घूमती है, सूर्य विभिन्न कोणों पर तीव्र होता जाता है। पूरे वर्ष अंतरिक्ष में पृथ्वी की विभिन्न स्थितियाँ हमें अलग-अलग नक्षत्रों को देखने की भी अनुमति देती हैं।(विविध स्रोत)
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