इनॉग्रेशन डे
अमेरिका में हर चार साल पर 20 जनवरी को ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का शपथग्रहण समारोह होता है जिसे इनॉग्रेशन डे कहा जाता है।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का नया कार्यकाल आधिकारिक तौर पर वाशिंगटन डीसी में इस दिन दोपहर 12 बजे शुरू होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह यूएस कैपिटल में होता है। यह समारोह संयुक्त कांग्रेस समिति द्वारा आयोजित किया जाता है। इसके बाद आमतौर पर पेंसिल्वेनिया एवेन्यू तक परेड होती है। नए राष्ट्रपति व्हाइट हाउस के सामने राष्ट्रपति पद के लिए बने स्टैंड से परेड देखते हैं। इसके बाद कार्यभार संभालते हैं। 1789 से अमेरिका का राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रपति होता आया है। उस वर्ष, जॉर्ज वाशिंगटन को संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया और उनका शपथग्रहण हुआ। उनका पहली बार शपथग्रहण 30 अप्रैल, 1789 को हुआ था और दूसरी बार 4 मार्च, 1793 को। 20 जनवरी, 1937 को राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट के दूसरे शपथग्रहण तक, इसके बाद के शपथग्रहण 4 मार्च को हुए। तब से, शपथग्रहण दिवस 20 जनवरी को मनाया जाता है । यदि उद्घाटन दिवस रविवार को पड़ता है, तो राष्ट्रपति पद की शपथ आमतौर पर उस दिन एक निजी समारोह में दिलाई जाती है और अगले दिन एक सार्वजनिक समारोह और आयोजित किया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में इस अवसर पर सार्वजनिक अवकाश नहीं होता है। केवल कोलंबिया जिले, मैरीलैंड में मोंटगोमेरी और प्रिंस जॉर्ज काउंटी, वर्जीनिया में अर्लिंग्टन और फेयरफैक्स काउंटी और वर्जीनिया में एलेक्जेंड्रिया और फॉल्स चर्च शहरों में संघीय कर्मचारियों के लिए अवकाश रहता है। वाशिंगटन डीसी में जिला कर्मचारियों के लिए भी इस दिन अवकाश रहता है।
पेंगुइन जागरूकता दिवस
Penguin Awareness Day
हर साल 20 जनवरी को पेंगुइन जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है लोगों को पेंगुइन के बारे में जागरूक करना और उनके संरक्षण के लिए काम करने के लिए प्रेरित करना। पेंगुइन की तेजी से घटती आबादी जो ध्यान में रखते हुए पेंगुइन जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की शुरूआत 2006 में ऑस्ट्रेलिया में की गयी थी, जिसके दो मुख्य कारण थे। पहला यह था कि पेंगुइन दुनिया के सबसे लोकप्रिय पक्षियों में से एक हैं, लेकिन उनके बारे में बहुत से लोग बहुत कम जानते हैं। वहीं दूसरा कारण यह था कि पेंगुइन कई तरह के खतरों का सामना कर रहे हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन, शिकार आदि शामिल हैं। ऐसे में यह दिवस पेंगुइन के संरक्षण के लिए काम करने का अवसर प्रदान करता है। पेंगुइन की 18 से ज़्यादा अलग-अलग प्रजातियाँ ज्ञात हैं और उनमें से कुछ 65 मिलियन से भी ज़्यादा सालों से धरती पर मौजूद हैं। दुनिया भर में पेंगुइन की संख्या कम होती जा रही है। हर साल पेंगुइन की आबादी ख़तरनाक दर से घट रही है, इसलिए इनके बारे में जागरूकता पैदा करना जरूरी है। (विविध स्रोत)
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