Sunday, September 22, 2024

मोदी की अमेरिका यात्रा: क्या दिया, क्या हासिल किया ?

(चित्र साभार गूगल)
दिल्ली से डेलावेयर की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा का पहला चरण सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। सफलतापूर्वक कहने का अर्थ यह है कि यात्रा के पहले चरण में पीएम मोदी का जो एजेंडा था, उसमें उन्होंने कामयाबी हासिल की, ऐसा माना जा सकता है। शनिवार को दिल्ली से डेलावेयर पहुंचने पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ। होना भी था क्योंकि वहां के जिस ड्यूपोंट होटल में वे ठहरे वहां उनके पहुंचने के वक्त भारतीय समुदाय के लोग पहले से पलक-पांवड़े बिछाए मौजूद थे। कहने वाले कह सकते हैं कि यह प्रायोजित रहा होगा, लेकिन कहने वालों का क्या? पीएम के स्वागत के लिए जो उत्साह लोगों के चेहरों पर नज़र आया उसे कतई बनावटी नहीं कहा जा सकता। 
डेलावेयर में प्रधानमंत्री मोदी की पहली बैठक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ थी। जल्द ही राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त होने जा रहे बाइडेन जितनी गर्मजोशी से मोदी से मिले वह भी उल्लेखनीय है। मोदी और बाइडेन की शानदार केमिस्ट्री पहले भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दिखी है और दोनों नेता अक्सर बेहतर बेतकल्लुफी से और दोस्ताना अंदाज में मिलते रहे हैं। बहरहाल रिपोर्ट्स की मानें तो डेलावेयर की मुलाकात और वार्ता में खास यह हुआ कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापक रक्षा सहयोग पर बात हुई। इसमें खास किस्म के ड्रोन का सौदा भी शामिल है। इतना ही नहीं बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन भी किया। बाइडेन भले ही अब जाने वाले हैं, लेकिन इसे अमेरिका का रुख तो कहा ही जाएगा जो भारत के पक्ष में है। हालांकि अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव के बाद यदि सत्ता में बदलाव होता है तो अमेरिका का इस दिशा में क्या रुख होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। वैसे गौरतलब यह भी है कि अगले साल भारत में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिका के नये राष्ट्रपति भाग लेंगे चाहे ट्रंप हों या कमला हैरिस। 
बाइडेन के साथ बैठक के बाद क्वाड शिखर सम्मेलन में भी संयुक्त राष्ट्र में सुधारों पर सहमति जताई गई जिसका निहितार्थ यही है कि भारत की बड़ी भूमिका यानी सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के मुद्दे पर क्वाड के बाकी तीनों सदस्य देश सहमत हैं। 
क्वाड के मंच से पीएम मोदी ने नाम लिए बगैर चीन को संदेश दिया कि यह संगठन किसी के खिलाफ नहीं है और शांतिपूर्ण-समावेशी हिन्द-प्रशान्त क्षेत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्वाड की ओर से इस बार हिन्द-प्रशान्त क्षेत्र में कैंसर की रोकथाम के लिए कैंसर मूनशॉट इनिशिएटिव शुरू किया गया है। पीएम मोदी ने भारत के वन अर्थ-वन हेल्थ विजन का उल्लेख करते हुए भारत की ओर से इस पहल के लिए ७५ लाख डॉलर का पैकेज और ४ करोड़ वैक्सीन डोज देने की बड़ी घोषणा की। इससे हज़ारों जानें बचाई जा सकेंगी। © कुमार कौस्तुभ 

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