Thursday, September 4, 2025

5 सितंबर


5 सितंबर 

शिक्षक दिवस

भारत में शिक्षकों के सम्मान में एक खास दिन समर्पित है। इस दिन को शिक्षक दिवस के तौर पर हर साल सितंबर महीने में मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक है। इस परंपरा की शुरुआत भारतीय शिक्षाविद, दार्शनिक और राजनेता  डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कारण हुई, जिन्होंने ये दिन मनाने का आग्रह किया। शिक्षकों के सम्मान में 5 सितंबर की तारीख तय की गई। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था। उनके छात्रों और साथियों ने उनका जन्मदिन विशेष रूप से मनाने का प्रस्ताव रखा। लेकिन उन्होंने कहा कि उनका जन्मदिन अलग से न मनाकर, इसे शिक्षकों के योगदान के सम्मान में मनाया जाए। तभी से 5 सितंबर भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। जहां भारत 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाता है, वहीं UNESCO के निर्देश पर विश्व शिक्षक दिवस (World Teachers’ Day) हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन विश्वभर में शिक्षकों के योगदान और महत्व को जाहिर करता है।

अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस

सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी रूपों और आयामों में गरीबी को समाप्त करने के लिए हर साल 5 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस को संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2012 में घोषित किया गया था ताकि मदर टेरेसा को सम्मानित किया जा सके और दान व मानवीय सहायता के महत्व पर प्रकाश डाला जा सके। यह तिथि मदर टेरेसा के निधन की वर्षगांठ का सम्मान करती है, जो अपनी दानशीलता और निस्वार्थ सेवा के लिए जानी जाती थीं. सबसे पहले, हंगेरियन सिविल सोसाइटी ने 2011 में हंगरी सरकार और संसद के सहयोग से 5 सितंबर को दान दिवस के रूप में मनाने की पहल की। बाद में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में, मदर टेरेसा की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में, प्रस्ताव A/RES/67/105 के माध्यम से इस दिन को आधिकारिक रूप से अंतर्राष्ट्रीय दान दिवस घोषित किया । मदर टेरेसा ने दुनिया भर के संकटग्रस्त गरीब लोगों की मदद करके गरीबी उन्मूलन हेतु पूरे समाज के लिए अथक प्रयास किया। यह राष्ट्रों के भीतर और उनके बीच मानवीय संकटों और मानवीय पीड़ा को कम करने में दान की भूमिका के साथ-साथ धर्मार्थ संगठनों और व्यक्तियों के प्रयासों को भी मान्यता प्रदान करता है। 

अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस

अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस (International Vulture Awareness Day - IVAD) हर साल सितंबर के पहले शनिवार को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य गिद्धों के महत्व को समझाना और उनके संरक्षण की आवश्यकता के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना है. गिद्ध प्रकृति के सफाईकर्मी होते हैं, जो बीमारियाँ फैलने से रोकते हैं, लेकिन आवास विनाश और विषाक्तता जैसे खतरों के कारण कई प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं। अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका और यूनाइटेड किंगडम में हुई थी। पहला अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस सितंबर 2009 में मनाया गया था। अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस का उद्देश्य प्रत्येक सहभागी संगठन के लिए अपनी स्वयं की गतिविधियां चलाना है जो गिद्धों के संरक्षण और जागरूकता के लिए जरूरी है। अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस मनाने का सबसे अच्छा तरीका गिद्धों के अच्छे पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह माता-पिता, शिक्षकों और बच्चों की देखभाल करने वाले अन्य लोगों के लिए इन महत्वपूर्ण पक्षियों के बारे में शिक्षित करना व जानकारी बढ़ाना जरूरी है।

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