Wednesday, April 2, 2025

3 अप्रैल


3 अप्रैल 
हिंदी रंगमंच दिवस 
हिंदी रंगमंच दिवस प्रतिवर्ष ३ अप्रैल को मनाया जाता है। तीन अप्रैल 1868 की शाम बनारस में पहली बार शीतलाप्रसाद त्रिपाठी कृत हिन्दी नाटक 'जानकी मंगल' का मंचन हुआ। जून 1967 में आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने हिंदी साहित्य का इतिहास में पहली बार इस नाटक के मंचन को प्रामाणिक तौर पर पुष्ट किया। इंग्लैंड के 'एलिन इंडियन मेल' के आठ मई 1868 के अंक में भी उस नाटक के मंचन की जानकारी भी प्रकाशित हुई थी। इसी आधार पर पहली बार शरद नागर ने ही हिन्दी रंगमंच दिवस की घोषणा तीन अप्रैल को की थी। कुछ लोग इस मामले पर हस्तक्षेप करते हुए यह भी कहते हैं कि सन १८५३ में नेपाल के भाटगाँव में “विद्याविलाप “ नामक हिन्दी नाटक खेला गया था। जबकि कुछ लोगों का यह भी कहना हे कि सन 1850 से 1860 के बीच लखनऊ में “इंद्रसभा” और नवाब वाजिद अलीशाह के “किस्सा राधा कन्हैया” का मंचन हुआ था। बताते हैं कि उन्हीं दिनों मुंबई में सांगलीकर नाटक मंडली ने “ गोपीचन्दोपाख्यान “ (ओपेरा) का मंचन किया था। 

झारखंड वॉलीबॉल दिवस 
झारखंड वॉलीबॉल दिवस 3 अप्रैल को झारखंड के सभी जिलों में धूमधाम से मनाया जाता है। झारखंड वॉलीबॉल संघ से संबद्ध सभी जिला संघ, यूनिट एवं क्लबों द्वारा इस विशेष अवसर पर वॉलीबॉल प्रतियोगिता, प्रशिक्षण शिविर, कार्यशाला और सम्मान समारोह का आयोजन करते हैं। यह आयोजन झारखंड वॉलीबॉल संघ के पितामह कहलाने वाले शेखर बोस के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। रांची से करीब 70 किलोमीटर दूर जंगलों-पहाड़ों के बीच बसे मैकलुस्कीगंज में 14 एकड़ में फैली गुलमोहर कोठी में पिछले 40 सालों से झारखंड में वॉलीबॉल के नर्सरी मैन कहे जाने वाले शेखर बोस वॉलीबॉल एकेडमी चलाते हैं। इस हॉस्टल के 10 से ज्यादा बच्चे सेना, पुलिस और दूसरी नौकरियों में पिछले दिनों सिलेक्ट हुए हैं। शेखर बोस ने 2000 में मैकलुस्कीगंज आकर कुछ पैसों से मैंने सेंटर शुरू किया। दो साल तक बच्चे इस सेंटर में रहते हैं। शुरूआत में काफी मुश्किलें आईं। लेकिन यहां की यह तस्वीर बदल गई। कभी यहां की कोठियों में यूरोपियन लोगों के क्लब हुआ करते थे। आज भी 20-22 एंग्लो इंडियन परिवार यहां रहते हैं। कभी वॉलीबॉल के मशहूर खिलाड़ी रहे शेखर दा की जिद थी कि यहां वॉलीबॉल एकेडमी खोलेंगे। शेखर ने अनंत कुमार चौधरी जैसे खिलाड़यों को लेकर गुलमोहर वॉलीबॉल एकेडमी शुरू की। एजी ऑफिस से नौकरी से रिटायर होने के बाद वे रांची यूनिवर्सिटी में वॉलीबॉल कोच बने। शेखर झारखंड वॉलीबॉल एसोसिएशन के महासचिव भी रहे।

राष्ट्रीय पैदल यात्रा दिवस 
हमारे पैरों को गतिशील रखने और स्वस्थ रहने में हमारी मदद करने के लिए, अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) हर साल अप्रैल के पहले बुधवार को राष्ट्रीय पैदल चलने का दिन मनाता है ताकि सभी उम्र के लोगों को पैदल चलने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के तहत 2007 में राष्ट्रीय वॉकिंग दिवस की शुरुआत की। यह आयोजन हमारे दैनिक जीवन में अधिक शारीरिक गतिविधि को शामिल करने के लिए एक शानदार अनुस्मारक है। AHA स्कूलों, कार्यस्थलों और समुदायों को भाग लेने के लिए सहायक संसाधन प्रदान करता है, जिसमें चलने की चुनौतियाँ, समूह में टहलना और चलने के लाभों पर शैक्षिक सामग्री शामिल है। राष्ट्रीय पैदल यात्रा दिवस हृदय को स्वस्थ रखने वाली जीवनशैली अपनाने के लिए एक आदर्श अवसर है - चाहे वह दोपहर के भोजन के दौरान तेज चलना हो, किसी स्थानीय पैदल चलने वाले समूह में शामिल होना हो, या व्यक्तिगत कदम लक्ष्य निर्धारित करना हो। प्रतिदिन 7,000 से 10,000 कदम चलने का लक्ष्य हृदय संबंधी फिटनेस बनाए रखने के लिए एक बेहतरीन लक्ष्य है, और दिन भर में थोड़ी-थोड़ी देर की सैर भी फर्क ला सकती है। (विविध स्रोत)

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