Friday, February 7, 2025

8 फरवरी

8 फरवरी 
प्रपोज डे 
वैलेंटाइन वीक का दूसरा दिन। इस वीक का दूसरा दिन है प्रपोज डे। अगर आप किसी से अपने दिल की बात कहना चाहते हैं या फिर रोज डे पर किसी कारणवश आप उनसे अपनी बात नहीं कह पाए हैं तब यह खास दिन सिर्फ आपके लिए है। इस दिन कुछ अलग अंदाज में आप अपने दिल की बात अपने प्रिय तक पहुंचा सकते हैं।यह दिन उन प्रेमियों के लिए है जो अपने दिल की बात अपने साथी से कहना चाहते हैं. अगर आपने अभी तक अपने दिल की फीलिंग्स को व्यक्त नहीं किया है, तो प्रपोज डे एक आदर्श दिन है, जब आप अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं और अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरो सकते हैं.

राष्ट्रीय पतंगबाजी दिवस 
हर साल 8 फरवरी को अमेरिका में राष्ट्रीय पतंगबाजी दिवस (NATIONAL KITE FLYING DAY) मनाया जाता है। वहीं भारत में राष्ट्रीय पतंगबाजी दिवस हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन लोगों को पतंग उड़ाने और पतंग उड़ाने से होने वाले शारीरिक व्यायाम को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। पतंगबाजी एक मजेदार और सक्रिय गतिविधि है जिसका आनंद सभी उम्र के लोग उठा सकते हैं। प्रतिवर्ष 8 फरवरी को देशभर में उत्साही लोग अपनी पतंगें उड़ाकर इस दिन को मनाते हैं।यह त्योहार खुशी, उल्लास और नई शुरुआत का प्रतीक है, जो सभी उम्र के लोगों को एक साथ लाता है। इस समय लोग विभिन्न प्रकार की पतंगें बनाते हैं, जो उनकी रचनात्मकता को दर्शाती है। यह प्रकृति का आनंद लेने का एक बेहतरीन तरीका है। भारत में मकर संक्रान्ति के अवसर पर पतंगबाजी की परंपरा है। (विविध स्रोत)

Thursday, February 6, 2025

7 फरवरी

7 फरवरी 
वैलेंटाइन वीक की शुरूआत 
7 फरवरी से वैलेंटाइन वीक शुरू होता है जो प्रेम करने वालों के लिए बेहद खास होता है।  इस पूरे हफ्ते ऐसा लगता है जैसे आबोहवा ही बदल गई है.7 फरवरी से 14 फरवरी के बीच का समय कुछ अलग ही होता है. वैलेंटाइंस डे आने से पहले के ये 7 दिन बेहद खास होते हैं.  इसके पहले दिन यानी 7 फरवरी को रोज़ डे मनाया जाता है। यह दिन प्यार के इकरार की शुरुआत के रूप में देखा जाता है. इस दिन अपने पार्टनर को या आप जिसे अपना वैंलेंटाइन बनाना चाहते हैं उसे गुलाब दिया जाता है. प्रेमी तो अपनी प्रेमिकाओं के ऑफिस तक में इस दिन गुलाब भेज दिया करते हैं. रोज डे हर साल 7 फरवरी को मनाया जाता है। यह वैलेंटाइन सप्ताह (Valentine Week) की शुरुआत का पहला दिन होता है। इस दिन प्रेमी जोड़े, दोस्त और रिश्तेदार अपने स्नेह को व्यक्त करने के लिए गुलाब का फूल देते हैं और अपने भावनाओं का इजहार करते हैं। रोज डे सिर्फ प्रेमियों के लिए ही नहीं, बल्कि दोस्ती, सौहार्द और शांति का भी प्रतीक है। यह दिन हमें सिखाता है कि छोटे-छोटे इशारों से हम अपने रिश्तों को मजबूत बना सकते हैं।रोज डे की उत्पत्ति की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन इसे यूरोप में मध्यकालीन प्रेम परंपराओं से जोड़ा जाता है। उस समय प्रेमी अपने प्रिय को फूलों और प्रेम पत्रों के जरिए प्यार का इजहार करते थे। धीरे-धीरे यह परंपरा पश्चिमी देशों में वैलेंटाइन वीक के रूप में विकसित हुई।गुलाब को प्यार, दोस्ती और भावनाओं के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। अलग-अलग रंगों के गुलाब अलग-अलग भावनाओं को दर्शाते हैं। 
आवर्त सारणी दिवस
Periodic Table Day 
7 फरवरी को आवर्त सारणी दिवस मनाया जाता है, जो तत्वों की पहली सारणी के प्रकाशन का प्रतीक है। हम यह भी देखेंगे कि समय के साथ आवर्त सारणी में किस तरह से बदलाव आया है। आवर्त सारणी का इतिहास बहुत पुराना है। इसने और तत्वों की खोज ने विज्ञान को कई तरह से प्रभावित किया। प्राचीन मनुष्य को केवल कुछ तत्वों के बारे में ही पता था। हालाँकि, पहली शताब्दी ई. तक, मानव जाति को सोना, चाँदी, तांबा, लोहा, सीसा, टिन, पारा, सल्फर और कार्बन के तत्वों के बारे में पता था। समय के साथ, हमने अपनी खोजों में आर्सेनिक, एंटीमनी, फॉस्फोरस और जिंक को भी शामिल कर लिया। 1809 तक, 47 तत्वों की खोज हो चुकी थी। इसे व्यवस्थित करने का समय आ गया था, और जोहान डोबेरिनर ने ऐसा करने का सबसे पहला प्रयास किया। उन्होंने 1817 में तत्वों को समान गुणों के आधार पर तीन या त्रिक के समूहों में व्यवस्थित किया।7 फरवरी, 1863 को अंग्रेज़ रसायनज्ञ जॉन न्यूलैंड्स ने तत्वों की पहली तालिका प्रकाशित की। न्यूलैंड्स ने "अष्टक के नियम" के आधार पर ज्ञात 56 तत्वों को 11 समूहों में विभाजित किया। उनकी तालिका ने सुझाव दिया कि किसी भी तत्व के गुण तालिका में उससे आठ स्थान पहले और पीछे के तत्वों के समान होंगे।न्यूलैंड्स उन पहले वैज्ञानिकों में से एक थे जिन्होंने तत्वों के गुणों में एक पैटर्न का पता लगाया। (विविध स्रोत)

Wednesday, February 5, 2025

6 फरवरी

6 फरवरी 
महिला जननांग विकृति के लिए शून्य सहिष्णुता का वैश्विक दिवस 
International Day of Zero Tolerance for Female Genital Mutilation – FGM
यह 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस प्रथा के उन्मूलन पर प्रयासों को बढ़ाने और निर्देशित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। विश्व स्तर पर हर साल 6 फरवरी को महिला के लिए शून्य सहिष्णुता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of Zero Tolerance for Female) मनाया जाता है। यह दिवस को मनाने का उद्देश्य है महिला जननांग विकृति (Female Genital Mutilation – FGM) प्रथा को पूरी तरह से समाप्त करना, FGM के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना, FGM को रोकने के लिए और इससे पीड़ित महिलाओं और लड़कियों को सहायता प्रदान करना आदि। बता दें कि FGM एक ऐसी प्रथा है जिसमें लड़कियों और महिलाओं के जेनिटल को आंशिक या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है। यह प्रथा अक्सर धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक दबाव के कारण की जाती है। महिला जननांग विकृति (एफजीएम) में वे सभी प्रक्रियाएं शामिल हैं जिनमें गैर-चिकित्सीय कारणों से महिला जननांग को बदलना या चोट पहुंचाना शामिल है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों और महिलाओं के मानवाधिकारों , स्वास्थ्य और अखंडता का उल्लंघन माना जाता है। जिन लड़कियों का महिला जननांग विच्छेदन किया जाता है, उन्हें अल्पकालिक जटिलताओं का सामना करना पड़ता है, जैसे गंभीर दर्द, सदमा, अत्यधिक रक्तस्राव, संक्रमण और पेशाब करने में कठिनाई, साथ ही उनके यौन और प्रजनन स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक परिणाम भी होते हैं। हालाँकि मुख्य रूप से अफ्रीका और मध्य पूर्व के 30 देशों में महिला जननांग विकृति एक सार्वभौमिक मुद्दा है और एशिया और लैटिन अमेरिका के कुछ देशों में भी इसका प्रचलन है। पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में रहने वाली अप्रवासी आबादी के बीच महिला जननांग विकृति अभी भी जारी है। पिछले तीन दशकों में, विश्व स्तर पर FGM का प्रचलन कम हुआ है। आज, 30 साल पहले की तुलना में एक लड़की के FGM से गुजरने की संभावना एक तिहाई कम है। हालाँकि, बीमारी के प्रकोप, जलवायु परिवर्तन, सशस्त्र संघर्ष और अन्य मानवीय संकटों के सामने इन उपलब्धियों को बनाए रखना लैंगिक समानता प्राप्त करने और 2030 तक FGM को खत्म करने की दिशा में प्रगति को पीछे धकेल सकता है।


सुरक्षित इंटरनेट दिवस 
सुरक्षित इंटरनेट दिवस हर साल फरवरी के दूसरे सप्ताह के दूसरे दिन मनाया जाता है। यह एक अंतरराष्ट्रीय इवेंट है जिसका उद्देश्य है दुनियाभर के बच्चों और जवानों के टेक्नोलॉजी और मोबाइल फोन के सुरक्षित और जिम्मेदार इस्तेमाल पर ज़ोर देना। सुरक्षित इंटरनेट दिवस (Safer Internet Day) पहली बार 2004 में मनाया गया था। 2009 के पहले तक यह दिवस यूरोप के देशों में ही मनाया जाता था, लेकिन इसके बाद इसे दुनिया भर के वैश्विक स्तर 200 देशों द्वारा सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत सुरक्षित इंटरनेट सेंटर नेटवर्क द्वारा की गई थी जो इंटरनेट सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने वाले संगठनों का एक संघ है। यह दिन दुनिया में ऑनलाइन सुरक्षा के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।

Tuesday, February 4, 2025

5 फरवरी

5 फरवरी 

आध्यात्मिक गुरु महर्षि महेश योगी का निर्वाण दिवस

योग और ध्यान के आध्यात्मिक गुरु महर्षि महेश योगी का नीदरलैंड्स स्थित अपने घर में 5 फरवरी 2008 को 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। इस महापुरुष का व्यक्तित्व अजर-अमर है। महेश प्रसाद ने महर्षि महेश योगी बनकर संपूर्ण दुनिया को शांति और सदाचार की शिक्षा दी और विश्व भर में भारत का नाम रोशन किया।
महर्षि योगी ने वैदिक ज्ञान से संपूर्ण विश्व को आलौकित किया और उनके हृदयग्राही सरस प्रवचनों ने हिन्दुस्तान के जबलपुर से लेकर हॉलैंड तक कई शहरों के श्रोताओं को सम्मोहित किेया।महर्षि योगी ने भावातीत ध्यान के माध्यम से पूरी दुनिया को वैदिक वांग्मय की संपन्नता की सहज अनुभूति कराई। नालंदा व तक्षशिला के अकादमिक वैभव को साकार करते हुए विद्यालय, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय की सुपरंपरा को गति दी। महर्षि द्वारा प्रणीत भावातीत ध्यान एक विशिष्ठ व अनोखी शैली है, जो चेतना के निरंतर विकास को प्राप्त करने का मार्ग दिखाती है।  प्रत्येक वर्ष जनवरी माह की 12 तारीख को महर्षि योगी जयंती के रूप में मनाया जाता है। महर्षि महेश योगी का जन्म 12 जनवरी 1918 को छत्तीसगढ़ के राजिम शहर के पास ही स्थित पांडुका गांव में हुआ।5 फरवरी 2008 को महाशून्य में निलय हुए महर्षि महेश योगी ने कहा - 'मेरे न होने से कुछ नुकसान नहीं होगा। मैं नहीं होकर और भी ज्यादा प्रगाढ़ हो जाऊंगा...' 

हिंदू कोड बिल दिवस
डॉ. आंबेडकर ने हिंदू कोड़ बिल (5 फरवरी 1951) के माध्यम से महिलाओं की मुक्ति और समानता का रास्ता खोलने की कोशिश की थी। उन्होंने ब्राह्मणवादी विवाह पद्धति को पूरी तरह से तोड़ देने का कानूनी प्रावधान प्रस्तुत किया। इसके तहत उन्होंने यह प्रस्ताव किया था कि कोई भी बालिग लड़का-लड़की बिना अभिवावकों की अनुमति के आपसी सहमति से विवाह कर सकता है। इस बिल में लड़का-लड़की दोनों को समान माना गया था।
इस बिल में कहां गया था कि विवाह कोई जन्म भर का बंधन नहीं है, तलाक लेकर पति-पत्नी एक दूसरे से अलग हो सकते हैं। विवाह में जाति की कोई भूमिका नहीं होगी। कोई किसी भी जाति के लड़के या लड़की से शादी कर सकता है। शादी में जाति या अभिवावकों की अनुमति की कोई भूमिका नहीं होगी। शादी पूरी तरह से दो लोगों के बीच का निजी मामला है। इस बिल में डॉ. आंबेडकर ने लड़कियों को सम्पत्ति में भी अधिकार दिया था।(विविध स्रोत)

4 फरवरी

4 फरवरी 
विश्व कैंसर दिवस 
World Cancer Day 
विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है और इसका मुख्य उद्देश्य है दुनिया भर में कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना लोगों को शिक्षित करना और इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना। यह दिन कैंसर से प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के लिए समर्थन और एकजुटता का प्रतीक है। विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत 4 फरवरी 2000 को हुई थी। इसकी स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) ने की थी, जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी अंतरराष्ट्रीय संगठन है। UICC ने इस दिवस को मनाने का फैसला इसलिए किया ताकि दुनिया भर में कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके और इस बीमारी से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर एकजुटता दिखाई जा सके। 4 फरवरी 2000 को पेरिस में 'वर्ल्ड समिट अगेंस्ट कैंसर' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस आयोजन को करने वाले अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (UICC) का कहना था कि साल में एक दिन ऐसा होना चाहिए, जब दुनिया के हर कोने में कैंसर की रोकथाम, कैंसर के लक्षणों की पहचान और इलाज के प्रति जागरूकता लाने एक दिन होना चाहिए। UICC की शुरुआत के बाद हर साल 4 फरवरी वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। इस दिन स्कूल, गैर सरकारी संगठन, अस्पतालों में कैंप लगाए जाते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया जा सके।

अंतर्राष्ट्रीय मानव बंधुत्व दिवस
अंतर्राष्ट्रीय मानव बंधुत्व दिवस 4 फरवरी को विश्व स्तर पर मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय मानव बंधुत्व दिवस का उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों, या मान्यताओं और सहिष्णुता को बढ़ावा देने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व को रेखांकित करना है. इसका उद्देश्य लोगों को शिक्षित करना भी है कि सहिष्णुता, बहुलवादी परंपरा, आपसी सम्मान तथा धर्मों और विश्वासों की विविधता मानव बंधुत्व को बढ़ावा देती है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा यह दिवस पहली बार 2021 में मनाया गया था।यह दिवस विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच संवाद के साथ-साथ सभी मनुष्यों द्वारा साझा किए गए सामान्य मूल्यों की बढ़ती समझ को बढ़ावा देता है। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक समूहों के बीच सहिष्णुता और सम्मान शांति, स्थिरता और समझ का वातावरण बनाने में मदद कर सकता है।(विविध स्रोत)

Sunday, February 2, 2025

3 फरवरी

3 फरवरी 
राष्ट्रीय महिला चिकित्सक दिवस
National Women Physicians Day
अमेरिका में राष्ट्रीय महिला चिकित्सक दिवस हर साल 3 फरवरी को मनाया जाता है। राष्ट्रीय महिला चिकित्सक दिवस चिकित्सा और समाज में महिला डॉक्टरों के योगदान का सम्मान और सराहना करने का दिन है। यह 3 फरवरी को एलिजाबेथ ब्लैकवेल के जन्मदिन पर मनाया जाता है, जो 1849 में संयुक्त राज्य अमेरिका में मेडिकल डिग्री प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं। डॉ. ब्लैकवेल ने उस आंदोलन की शुरुआत की जिसने महिलाओं को चिकित्सा के क्षेत्र में प्रवेश और समानता हासिल करने में मदद की।

राष्ट्रीय गुमशुदा व्यक्ति दिवस 
National Missing Persons Day 
राष्ट्रीय गुमशुदा व्यक्ति दिवस अमेरिका में हर साल 3 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पूरे देश में हज़ारों गुमशुदा लोगों की ओर ध्यान आकर्षित करता है । यह दिन आम जनता को गुमशुदा लोगों के बारे में जागरूक करने और उनके मिलने की संभावना बढ़ाने का एक मूल्यवान अवसर भी है। राष्ट्रीय गुमशुदा व्यक्ति दिवस न केवल गुमशुदा लोगों के लिए मनाया जाता है, बल्कि उनके परिवारों और दोस्तों के लिए भी मनाया जाता है, जिन्हें अपने प्रियजन के बिना किसी सुराग के लापता होने के आघात से जूझना पड़ता है। यह दिन उनके दुख का सम्मान और सम्मान करता है। इसकी शुरूआत 25 मई, 1983 को गुमशुदा व्यक्तियों के सभी मामलों को सम्मान देने और उनकी ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए की गई थी। हर साल हज़ारों लोग बिना किसी सुराग के लापता हो जाते हैं। ये लोग वयस्क या बच्चे हो सकते हैं, और जबकि इनमें से कई लोग बाद में दिखाई दे सकते हैं, फिर भी कुछ ऐसे होते हैं जिन्हें फिर कभी नहीं देखा जाता है। (विविध स्रोत)

Saturday, February 1, 2025

2 फरवरी

2 फरवरी 
विश्व आर्द्र भूमि दिवस
World Wetlands Day 
विश्व आर्द्र भूमि दिवस हर साल 2 फरवरी को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस के रूप में नामित किया है। यह दिन 2 फरवरी 1971 को कैस्पियन सागर के तट पर ईरानी शहर रामसर में आर्द्रभूमि पर कन्वेंशन को अपनाने की तारीख को दर्शाता है। वेटलैंड्स पर रामसर कन्वेंशन की स्थायी समिति ने 2018 में विश्व वेटलैंड्स दिवस के लिए थीम के रूप में "एक सतत शहरी भविष्य के लिए वेटलैंड्स" को मंजूरी दी। वेटलैंड्स, हाइड्रोलॉजिकल चक्र के महत्वपूर्ण हिस्से, अत्यधिक उत्पादक पारिस्थितिकी तंत्र हैं जो समृद्ध जैव विविधता का समर्थन करते हैं और जल भंडारण, जल शोधन, बाढ़ शमन, कटाव नियंत्रण, जलभृत पुनर्भरण, सूक्ष्म जलवायु विनियमन, परिदृश्यों के सौंदर्य संवर्धन जैसी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं, साथ ही साथ कई महत्वपूर्ण मनोरंजक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का समर्थन करते हैं, जो हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं।वेटलैंड्स महत्वपूर्ण मीठे पानी की पेशकश करते हैं, जिसमें 100,000 से अधिक प्रजातियां हैं। वे मानवता को बनाए रखते हैं, जिसका उदाहरण वेटलैंड के खेतों में उगाए जाने वाले चावल हैं, जो तीन अरब लोगों के लिए मुख्य भोजन है, जो वैश्विक भोजन का 20% योगदान देता है। इसके अतिरिक्त, वेटलैंड्स प्राकृतिक शॉक एब्जॉर्बर के रूप में कार्य करते हैं, वर्षा के प्रभावों को कम करते हैं और बाढ़ और तूफान के जोखिम को कम करते हैं। उनके महत्व को पहचानते हुए, FAO खाद्य सुरक्षा और कृषि के दृष्टिकोण से वेटलैंड्स के संरक्षण, बहाली और टिकाऊ प्रबंधन का समर्थन करने में सक्रिय रूप से शामिल है, जिसमें फसल और पशुधन उत्पादन, वानिकी, मत्स्य पालन और जलीय कृषि शामिल है, जबकि एकीकृत भूमि और जल संसाधन प्रबंधन को बढ़ावा दे रहा है और जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धी मांगों से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान कर रहा है। विश्व आर्द्रभूमि दिवस , जिसे हर साल 2 फरवरी को मनाया जाता है, का उद्देश्य लोगों और ग्रह के लिए आर्द्रभूमि की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है।1700 के दशक से दुनिया की लगभग 90% आर्द्रभूमियाँ नष्ट हो चुकी हैं, और हम वनों की तुलना में तीन गुना तेज़ी से आर्द्रभूमि खो रहे हैं। फिर भी, आर्द्रभूमियाँ अत्यंत महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र हैं जो जैव विविधता, जलवायु शमन और अनुकूलन, मीठे पानी की उपलब्धता, विश्व अर्थव्यवस्थाओं और बहुत कुछ में योगदान देती हैं।
यह अत्यावश्यक है कि हम आर्द्रभूमियों के बारे में राष्ट्रीय और वैश्विक जागरूकता बढ़ाएं ताकि उनकी तीव्र क्षति को रोका जा सके तथा उनके संरक्षण और पुनर्स्थापन के लिए कार्रवाई को प्रोत्साहित किया जा सके।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस इन अत्यंत महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी प्रणालियों के बारे में लोगों की समझ बढ़ाने के लिए आदर्श समय है। (विविध स्रोत)